"अँडिर" का संशोधनहरू बिचको अन्तर
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०१:११, १० मार्च २०१३ जस्तै गरी पुनरावलोकन
अँडिर अथवा अंडी | |
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अँडिरको वितरण क्षेत्र | |
वैज्ञानिक वर्गीकरण | |
जगत: | |
(श्रेणीविहीन): | |
(श्रेणीविहीन): | |
(श्रेणीविहीन): | |
गण: | |
कुल: | |
उपकुल: | |
वंश: | |
उपवंश: | Ricininae
|
वंश: | Ricinus
|
प्रजाति: | R. communis
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वैज्ञानिक नाम | |
Ricinus communis L. |
अँडिर अथवा अंडी औषधीय गुणभएको फूल फुल्ने वनस्पति हो ।
अँडिरको औषधीय गुणहरू
कब्जियत, ज्वरो, ब्रोङकाइटिस, कफ, कुष्टरोग, चर्मरोग, साइटिका लगायका नसाका रोग, पेटको रोग, पेट भित्र पानी जमेमा जराको सेवन गरिन्छ । जलेको, घाउ–खटिरा, रतन्धो, जोर्नी दुखेको, पिसाव पोल्ने रोगमा पातको रस दलिन्छ/खाइन्छ । घाउ र जीउमा आएको गाँठागुँठीमा फूल र फलको रस दलिन्छ । कमजोर यौनशक्ति, कब्जियत, अजीर्ण–अपचमा बीउ उपयोगी छ । कुर्कुच्चा र छाला फुटेको र मांशपेशी तथा जोर्नी दुखेकोमा बीउको लेदो वा बीउबाट निकालिएको तेल दलिन्छ । बिच्छीले टोकेकोमा तेल दलिन्छ । हरियो पातलाई ताताएर स्तन र छातीलाई सेक्दा सुत्केरी महिलाको स्तनमा दूधको मात्रा बढ्छ भन्ने विस्वास पाइन्छ । [१]
सन्दर्भ सामाग्रीहरू
- ↑ नेपालमा पाइने प्रमुख गैरकाष्ठ वन पैदावार तथा जडीबुटीहरुको औषधीय प्रयोग र महत्व, अनिरुद्ध कुमार साह, वनविज्ञान शास्त्री