कोशिका सिद्धान्त

विकिपिडिया, एक स्वतन्त्र विश्वकोशबाट

कोशिका सिद्धांत(Cell theory)

कोशिका के बारे में विस्तृत जानकारी एकत्र करने के बाद वैज्ञानिक एम. जे.श्लाइडेन तथा वैज्ञानिक थिओडर श्वान ने सन् 1839 में कोशिका सिद्धांत को प्रस्तुत किया। जहां एक ओर एम. जे. श्लाइडेन जर्मन वनस्पति वैज्ञानिक थे वहीं दूसरी ओर थिओडर श्वान ब्रिटिश जंतु वैज्ञानिक थे। इनके द्वारा प्रस्तुत कोशिका सिद्धांत के प्रमुख बिंदु इस प्रकार है..

• कोशिका जीव की संरचनात्मक एवं क्रियात्मक इकाई है।

• कोशिका जीवन की सबसे छोटी इकाई है। यह इतनी छोटी है इसको नग्न आंखो से देख पाना संभव नही है।

• सभी जीव तथा पादप, कोशिकाओ तथा उनसे निर्मित उत्पादों से मिलकर बने होते है।

• अलग-अलग जीवों तथा एक ही जीव में पाई जाने वाली कोशिकाओं की आकृति तथा आकर अलग-अलग हो सकते है। जैसे; एक मानव कोशिका, एक पादप कोशिका से अलग होती है और मानव के अंदर ही यकृत(liver) की कोशिका, मस्तिस्क की कोशिका से अलग होती है। जैसे कि आप चित्र मे देख सकते है;

• सभी जीवित कोशिकाओ में कुछ निश्चित गुण जैसे श्वसन, उपापचय, जनन आदि देखने को मिलते हैं।

• सभी कोशिकाओं में एक केंद्रक होता है।

• कोशिकाओं में जीवद्रव्य ही जीवन का आधार है क्योंकि कोशिका को जीवित रखने वाली सारी अभिक्रियाएं इसमें ही होती है।

सन् 1839 में प्रस्तुत यह कोशिका सिद्धांत कोशिकाओं की उत्पत्ति के बारे में कोई बात नही करता। बाद में वैज्ञानिक रुडोल्फ वीरखोब ने सन् 1855 में पहली बार बताया कि पुरानी कोशिकाएं विभाजित होती है और उनसे नई कोशिकाओं का जन्म होता है और फिर कोशिका सिद्धांत में एक और प्वाइंट जुड़ा जोकि है;

•सारी कोशिकाएं पहले से मौजूद कोशिकाओं से ही उत्पन्न होती है।


कोशिका सिद्धांत के अपवाद


कोशिका सिद्धांत कोशिका के बारे मे जो भी जानकारी देता है वो काफी हद तक सभी जीवों की कोशिकाओं मे देखने को मिलती है पर फिर भी कुछ जीव तथा कोशिकाएं है जो कि कोशिका सिद्धांत के अनुरूप नहीं है जैसे;

• कोशिका सिद्धांत कहता है कि जीवद्रव्य जीवन का आधार है अर्थात् जीवद्रव्य के बिना कोशिका जीवित नही होती अतः जीवन नही होता पर विषाणुओ (virus) में केंद्रक तथा जीवद्रव्य ही नही होता फिर भी वह सामान्य जीवों की तरह जनन कर पाता है।

• कोशिका सिद्धान्त कहता है कि सभी कोशिकाओ में केंद्रक उपस्थित होता है पर कुछ ऐसी भी कोशिकाएं है जिनमे केंद्रक नही होता है जैसे; पूर्वकेंद्रीय कोशिकाएं, आवृतबीजी पदपो में चालिनी नलिकाएं(Sieve tube cells) तथा स्तनधारियों में RBC।

• कोशिका सिद्धांत कहता है कोशिकाओं मे एक ही केंद्रक होता है पर कुछ कोशिकाओं में अनेक केंद्रक भी होते है। [१]