"नाम्ड्रोल्लिङ" का संशोधनहरू बिचको अन्तर
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== तस्विरहरू == |
== तस्विरहरू == |
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Namdroling Monastery - Outer View , Bylekuppe.jpg| |
Namdroling Monastery - Outer View , Bylekuppe.jpg|सङ्स्दोग पलरी मन्दिर |
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Bylakuppe - Namdroling Monastery 37.JPG| |
Bylakuppe - Namdroling Monastery 37.JPG|तारादेवी मन्दिर |
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Buddha Statue at Bylakuppe.jpg| |
Buddha Statue at Bylakuppe.jpg|नाम्ड्रोल्लिङ मठको भित्री मुर्ति |
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Namdroling Monastry - Bylekuppe.jpg| |
Namdroling Monastry - Bylekuppe.jpg|पद्म सम्भव बौद्ध विहार |
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Nyingma Institute gate.jpg|पुर्वानुदित बौद्ध अध्यन केन्द्रको मूल द्वार |
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Nyingma Institute gate.jpg|Nyingma Institute Gate |
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Ngagyur Nyingma Nunnery.jpg| |
Ngagyur Nyingma Nunnery.jpg|भिक्षुणी आश्रम |
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००:२९, २० नोभेम्बर २०१६ जस्तै गरी पुनरावलोकन
नाम्ड्रोल्लिङ | |
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Tibetan transcription(s) | |
तिब्बती | ཐེག་མཆོག་རྣམ་གྲོལ་བཤད་སྒྲུབ་དར་རྒྱས་གླིང་། |
Wylie transliteration | थेग मछोग र्नम ग्रोल बशद स्ग्रुब दर र्ग्यस ग्लिङ |
मठ जानकारी | |
स्थान | नाम्ड्रोल्लिङ, बैलाकुप्पा, मैसूर, कर्नाटक |
द्वारा स्थापित | पद्म नोर्बु रिन्पोछे |
स्थापित | १९६३ |
किसिम | तिब्बती बौद्ध |
सम्प्रदाय | ञिङमा |
वंश | पल्युल सम्प्रदाय |
प्रमुख लामा | कर्म कुछेन,[१] पल्युल सम्प्रदायको बाह्रौ सिंहासन धारक |
भिक्षुको सङ्ख्या | सन् २००६ सम्ममा ८,८९१ आठ हजार आठ सय एकानब्बे (भिक्षु भिक्षुणी लगायत) |
पर्व | लोसार, ड्रुब्छेन, कमायी ड्रुब्छोद्, सगदावा, मिफाम वार्षिकोत्सव, लोङ्छेन वार्षिकोत्सव, गुतोर इत्यादि; |
Coordinates: 12°25′49.8″N 75°58′2.53″E / 12.430500°N 75.9673694°Eनिर्देशाङ्कहरू: १२°२५′४९.८″उ॰ ७५°५८′२.५३″पू॰ / १२.४३०५००°N ७५.९६७३६९४°E नाम्ड्रोल्लिङ (वा थेग्छोग नाम्ड्रोल शद्ड्रुब दरग्यास लिङ) विश्वमा तिब्बती बौद्ध धर्म अन्तर्गत ञिङमा सम्प्रदायको सबै भन्दा ठूलो शिक्षा केन्द्र मध्ये एक हो। यो शिक्षा केन्द्र दक्षिण भारत, कर्नाटक, मैसूर जिल्ला को बैलाकुप्पामा पर्दछ। यहाँ हजारौं बौद्ध विधार्थीहरुको लागि छात्रावास, शिक्षा केन्द्र, पुस्तालय, अस्पताल, ध्यान केन्द्र इत्यादि पनि रहेको छन्।
इतिहास
यो शिक्षा केन्द्र पल्युल सम्प्रदायको एघारौ सिंहासन धारक पद्म नोर्बु रिन्पोछे द्वारा सन् १९६२ मा स्थापित गरिएको थियो। The monastery's full name is Thegchog Namdrol Shedrub Dargyeling, called "Namdrolling or Namdroling" for short. Its initial structure was a temple constructed from bamboo, covering an area of approximately ८० वर्ग फिट (७.४ मी2). Carved from the jungle that the India government generously granted Tibetan exiles, initial challenges included rampaging elephants and other tropical dangers.
शाखा
- प्राथमिक तथा माध्यमिक विद्यालय
- पुर्वानुदित प्राचीन बौद्ध अध्यन केन्द्र
- पुर्वानुदित प्राचीन बौद्ध अनुसन्धान केन्द्र
- ञिङमा नानेरी मठ
- ञिङमा नानेरी उच्चा शिक्षा केन्द्र
- बौद्ध पुस्तालय
- सम्तन वोद्सल लिङ ध्यान केन्द्र
- ड्रुब ञिस् गछाल लिङ ध्यान केन्द्र
- टि टि मेडिकल सेन्टर
- पी.डी.एल गेस्ट हाउस
धार्मिक समारोह
यहाँको वार्षिक समारोहमा खस गरी लोसार, ड्रुछेन (आसन्न निधि पारम्परिक महासाधना), गुरु पद्म सम्भवको दिवस, कमयी ड्रुबछेन (दिर्घागम पारम्परिक महासाधना), ...
यो पनि हेर्नुहोस्
तस्विरहरू
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सङ्स्दोग पलरी मन्दिर
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तारादेवी मन्दिर
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नाम्ड्रोल्लिङ मठको भित्री मुर्ति
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पद्म सम्भव बौद्ध विहार
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पुर्वानुदित बौद्ध अध्यन केन्द्रको मूल द्वार
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भिक्षुणी आश्रम
सन्दर्भ सामग्रीहरू
थप जानकारी
- Zangpo, Tsering Lama Jampal (1988), A Garland of Immortal Wish-Fulfilling Trees, Ithaca, NY: Snow Lion Publications. ISBN 0-937938-64-5, ISBN 978-0-937938-64-5
- Nyoshul Khen Rinpoche (2005), "A Marvelous Garland of Rare Gems: Biographies of Masters of Awareness in the Dzogchen Lineage", Junction City, CA: Padma Publishing. ISBN 978-1-881847-41-0