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शङ्करदेव

विकिपिडिया, एक स्वतन्त्र विश्वकोशबाट
शङ्करदेव
শ্ৰীমন্ত শংকৰদেৱ
शङ्करदेव
व्यक्तिगत
जन्म२६ सेप्टेम्बर १४४९,
मृत्यु७ सेप्टेम्बर १५६८
धर्महिन्दु धर्म
संस्थापकएकशरण धर्म
दर्शनएकशरण
धार्मिक जीवन
उत्तराधिकारीमाधवदेव
सम्मान'महापुरुष' भनेर पुजिन्छ

श्रीमन्त शङ्करदेव ( असमीया : শ্ৰীমন্ত শংকৰদেৱ) असमिया भाषाका एक धेरै प्रसिद्ध कवि, नाटककार, गायक, नर्तक, सामाजिक आयोजक, र हिन्दू समाज सुधारक थिए। उनले नववैष्णव वा एकाशरण धर्मको प्रचार गरेर असमिया जीवनलाई सङ्कलन र सुदृढ गरे।

शङ्करदेवद्वारा रचित पहिलो कविता यस प्रकार छ-

करतल कमल कमल दल नयन।
भबदब दहन गहन बन शयन॥
नपर नपर पर सतरत गमय।
सभय मभय भय ममहर सततय॥
खरतर बरशर हत दश बदन।
खगचर नगधर फनधर शयन॥
जगदघ मपहर भवभय तरण।
परपद लय कर कमलज नयन॥
  • हरिश्चन्द्र उपाख्यान
  • अजामिल उपाख्यान
  • रुक्मिणी हरण काव्य
  • बलिछलन
  • अमृत मन्थन
  • गजेन्द्र उपाख्यान
  • कुरुक्षेत्र
  • गोपी-उद्धव संवाद
  • कृष्ण प्रयाण - पाण्डव निर्वारण

भक्तितत्त्व प्रकाशक ग्रन्थ

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  • भक्ति प्रदीप
  • भक्ति रत्नाकर (संस्कृत)
  • निमि-नव-सिद्ध संवाद
  • अनादि पातन

अनुवादमूलक ग्रन्थ

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  • भागवत प्रथम, द्वितीय
  • दशम स्कन्धर आदिछोवा
  • द्बादश स्कन्ध
  • रामायणर उत्तरकाण्ड
  • पत्नी प्रसाद
  • कालिय दमन
  • केलि गोपाल
  • रुक्मिणी हरण
  • पारिजात हरण
  • राम विजय
  • बरगीत[]
  • भटिमा (देवभटिमा, नाटभटिमा, राजभटिमा)
  • टोटय
  • चपय

नाम-प्रसंग ग्रन्थ

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  • कीर्तन घोषा
  • गुणमाला
  • हरिश्चन्द्र उपाख्यान
  • भक्ति प्रदीप
  • अनादि पतन
  • अजामिल उपाख्यान
  • अमृत मन्थन
  • बलि छलन
  • आदि दशम
  • कुरुक्षेत्र
  • निमि-नव-सिद्ध संवाद
  • उत्तरकाण्ड रामायण (अनुवाद)
  • पत्नीप्रसाद, कालिय दमन यात्रा, केलि गोपाल, रुक्मिणी हरण, पारिजात हरण, राम विजय आदि नाटक
  • भक्तिरत्नाकर (संस्कृत)
  1. बिपुलज्योति डट इन