मिश्रधातु
मिश्र धातु धातुहरूको मिश्रण; वा एक वा बढी अन्य संग तत्व सँग मिसाइएको धातु हो। उदाहरण को लागी, तामा र जस्ताको संयोजनबाट पित्तल बन्छ । फलामलाई कार्बन वा सिलिकनसँग मिसाउँदा इस्पात वा सिलिकॉन स्टील भनिने मिश्रण उत्पादन हुन्छ । यसरी धातुहरू मिश्रण गरेर प्राप्त हुने मिश्रधातुको गुण मूल शुद्ध धातुको भन्दा भिन्न हुन्छ, जस्तै मजबुती वृद्धि हुन्छ वा कडापन (Hardness) वृद्धि हुन्छ । धातुको आधार हुन तर धातुको रूपमा व्यवहार नगर्ने अन्य पदार्थहरूको, एल्युमिनियम अक्साइड (नीलमणि), बेरेलियम एल्युमिनियम सिलिकेट (पन्ना) वा सोडियम क्लोराइड (नुन), एक मिश्र धातुले परिणामस्वरूप सामग्रीमा धातुका सबै गुणहरू राख्नेछ।, जस्तै विद्युतीय चालकता, लचीलापन, अस्पष्टता, र चमक । मिश्रधातु वस्तुहरू बिभिन्न प्रकारका प्रयोगहरूमा उपयोग हुन्छ, स्टील मिश्र भवनहरू देखि अटोमोबाइलदेखि लिएर शल्य उपकरणहरूसम्म लिएर सबै चीजहरूमा , टाइटेनियम मिश्र एयरोस्पेस उद्योगमा, बेरेलियम-तामा मिश्र स्पार्किंग नहुने उपकरणहरूको लागि प्रयोग हुन्छ। कुनै मामिलाहरूमा, धातुहरूको संयोजनले महत्त्वपूर्ण गुणहरू संरक्षण गर्नुका साथै समग्र लागत कम पनि गर्न सक्दछ। अन्य अवस्थाहरूमा, धातुहरूको संयोजनले क्षति प्रतिरोध वा मेकानिकल शक्ति जस्ता घटक धातु तत्वहरूमा सहन गर्ने गुणहरू प्रदान गर्दछ। मिश्र धातुका उदाहरणहरू स्टील, सोल्डर, पित्तल, प्युटर, डुरल्युमिन, कांस र अमालगमहरू हुन् ।
मिश्र धातु भनेको एक वा बढी अन्य तत्व सँग मिसाइएको धातुहरूको मिश्रण हो। उदाहरणको लागी, धातु तत्वहरुको संयोजनलाई सुन र तामाले रातो सुनको उत्पादन गर्दछ, सुन र चाँदीबााट सेतो सुन बन्छ, र
प्रमुख मिश्रधातुहरू
[सम्पादन गर्नुहोस्]सब मिश्रधातुलाई साधारणतया फलाम तथा गैर फलाम मिश्रधातुमा विभाजित गरिन्छ । मिश्रधातुमा फलाम मिसाइएको छ भने फलाम मिश्रधातु भनिन्छ ।
गैर फलाम मिश्रधातु
[सम्पादन गर्नुहोस्]केही मुख्य गैर फलाम मिश्रधातु निम्नलिखित छन् :
धातुको हिस्सा | गुण/ उपयोग | ||
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ऐल्युमिनियम-पीतल | Aluminimum-brass |
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पानी जहाज तथा वायुयानको प्रोपेलर (propeller) को निर्माण मा |
ऐल्युमिनियम-कांसा | Aluminimum-Bronze |
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अति कठोर तथा संक्षारण अवरोधक। भाँडा वर्तन बनाउन |
बबिट () धातु | Babit |
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बल बियारिङ |
बेल मेटल | Bell Metal |
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घण्टा बनाउन |
पित्तल | Brass |
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कार्बोलाय | Carboloy |
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कन्सटेनटेन | Constantan |
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वैद्युत-तापमापक यंत्र Electric THermometer तथा ताप वैद्युत-युग्म (thermocouple) बनाउन , किनकी यो विद्युत्को प्रबल प्रतिरोधक हुन्छ। |
डेल्टा धातु | Delta metal |
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डो धातु | Dow metal |
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मोटर तथा वायुयान के कुछ हिस्सों को बनाने में होता है। |
जर्मन सिलवर |
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कुछ वस्तुओं को बनाने में चाँदी के स्थान पर इसका उपयोग करते हैं, क्योंकि इससे बनी वस्तुएँ चाँदी के समान ही होती हैं। | |
ग्रिन गोल्ड | Green gold |
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आभूषण |
गन मेटल | Gun metal |
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गियर बनाउन |
मैग्नेलियम | Magnalium |
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नाइक्रोम | Nichrome |
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पालौ | Palau |
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पर्मलॉय | Permalloy |
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टेलिफोनको तार बनाउन |
सोल्डर | Solder |
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दूई धातुलाई (वेल्डिङ जस्तै) आपसमा जोड्नको लागि |
शट मेटल | Shot metal |
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बन्दुकको गोली |
टिन फोइल | Tin foil |
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उड मेटल | Wood metal |
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फलाम मिश्रधातु
[सम्पादन गर्नुहोस्]आधुनिक युग में लौहमिश्र धातुओं का अधिकतम महत्व है। इसके अंतर्गत इस्पात और ढलवाँ लोहा (cast iron) तथा पिटवाँ लोहा (wrought iron) लोहा आते हैं। जब शुद्ध गलित लोहे को ठंडा करते हैं, तब 1,535˚ सें0 पर तरल लोहे से क्रिस्टलीय रूप में इस प्रकार का लोहा निकलता है। इसको डेल्टा लोहा (δ-लोहा) कहते हैं। यह लोहा दूसरे प्रकार के क्रिस्टल में 1,404˚ सें पर परिवर्तित हो जाता है। इसको गामा लोहा (γ-लोहा) कहते हैं। यह 900˚सें0 के ऊपर स्थायी रहता है और इस ताप पर ऐल्फा लोहा में परिवर्तित हो जाता है, जो साधारण ताप पर स्थायी रहता है। लोहा और कार्बन का एक यौगिक बनता है, जिसमें कार्बन की प्रतिशत मात्रा 6.67 होती है। इस मिश्रधातु को सेमेंटाइट (Sementite) कहते हैं। यह मिश्रधातु गामा लोहा (y-लोहा) के साथ ठोस विलयन बनाती है, जिसको ऑस्टेनाइट (Austenite) कहते हैं। इस्पात में कार्बन की मात्रा 0.5 से लेकर 1.5 प्रतिशत तक रहती है। जब गलित इस्पात ठोस होता है, तब ऑस्टेनाइट के ठोस विलयन-क्रिस्टल प्राप्त होते हैं। ये क्रिस्टल मुलायम होते हैं और इनसे चद्दरे, छड़ तथा तार सरलता से बनाए जाते हैं।
मोटर गाड़ियों के विकास के साथ साथ वे तत्व, जिनको केवल रसायनज्ञ ही जानते थे, इस्पात के साथ मिश्रधातु बनाने के उपयोग में लाए गए। ये इस्पात मिश्रधातुएँ मोटर गाड़ियों के इंजिनों के हिस्से बनाने तथा ये हिस्से जिन यंत्रों से बनाए जाते हैं, उनको बनाने में काम आती हैं। उदाहरणार्थ, मैंगनीज से इस्पात की मजबूती बढ़ती है और यह ऑक्सीजन और गंधक को, जो इस्पात को दुर्बल तथा भंगुर बना देते हैं, इस्पात में से अलग कर देता है। निकल इस्पात की मजबूती को बिना उसकी भंगुरता बढ़ाए बढ़ा देता है। क्रोमियम की कम मात्रा इस्पात को कठोरता प्रदान करती है और इसकी अधिक मात्रा इस्पात को संक्षारण से बचाती है। स्टेनलेस स्टील में क्रोमियम होता है। वैनेडियम-इस्पात (vanadium-steel) आघातसह (shock proof) होता है और मोलिब्डेनम्-इस्पात (molybdenum-steel) अधिक कठोर तथा ऊष्मा अवरोधक होता है। इस्पात-मिश्रधातुएँ केवल कार्बन-इस्पात से अधिक महँगी पड़ती हैं।
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