ताप सञ्चालन
स्वरूप
ठोस पदार्थहरूमा अणु अणु बीच तरङ्ग प्रसारण हुने प्रकृया।
ताप सञ्चालनको फुरियर नियम (Fourier's law)
[सम्पादन गर्नुहोस्]यदि तापको प्रवाह एउटा दिशामा भैरहेको छ भने, त्यो स्थायी अवस्था (स्टीडी स्टेट) मा,
जहाँ:
- ईकाई समयमा स्थानान्तरित तापको मात्रा,
- (o ) ताप चालकता,
- क्षेत्रफल
- तापक्रम अन्तर
- तातो र चिसो बीचको दूरी।
फुरियर नियमको डिफरेन्शियल रूप
[सम्पादन गर्नुहोस्]फुरियर नियम अनुसार कुनै माध्यम मा, कुनै बिन्दु मा, कुनै दिशामा प्रवाह भएको ताप उक्त दिशाको ताप प्रवणता (थर्मल ग्रेडिएण्ट)सँग समानुपातिक हुन्छ अर्थात:
जहाँ:
- : ईकाई क्षेत्रफलबाट प्रवाह भएको ताप (W m-2).
- :ताप चालकता । (W m-1 K-1).
- : पदार्थ भित्र कुनै दुई बिन्दुको तापको प्रवणता (ग्रेडिएण्ट) (K m-1).
केहि प्रचलित पदार्थहरुका ताप चालकता
[सम्पादन गर्नुहोस्]पदार्थ | k | पदार्थ | k | पदार्थ | k |
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इस्पात | ४७-५८ | कर्क | 0,04-0,30 | पारा | 83,7 |
जल | ०.५८ | टिन | 64,0 | अभ्रक | 0,35 |
वायु | ०.०२ | फाइबर ग्लास | 0,03-0,07 | निकल | 52,3 |
अल्कोहल | 0,16 | ग्लिसरीन | 0,29 | सुन | 308,2 |
जर्मन सिल्वर | 29,1 | लोहा/ फलाम | 80,2 | प्याराफिन | 0,21 |
अलुमिनियम | 209,3 | ईंट | 0,80 | चांदी | 406,1-418,7 |
ऐस्बेस्टस | 0,04 | अग्निसह ईंट | 0,47-1,05 | सीसा | 35,0 |
कास | 116-186 | पीतल | 81-116 | काँच | 0,6-1,0 |
जस्ता | 106-140 | लिथियम | 301,2 | ||
तामा | 372,1-385,2 | काष्ठ | 0,13 |