ब्राह्मी लिपिहरू
स्वरूप

ब्राह्मी लिपिहरू |
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ब्राह्मी लिपि र यसका वंशजहरू |
ब्राह्मिक लिपिहरू अक्षरात्मक लिपिहरूको परिवार हो। तिनीहरू भारतीय उपमहाद्वीप, दक्षिणपूर्व एसिया र पूर्वी एसियाका भागहरूमा प्रयोग गरिन्छ। तिनीहरू प्राचीन भारतको ब्राह्मी लिपिबाट आएका हुन्।[१]
सातौं वा आठौं शताब्दीमा विकसित भएका मध्ययुगीन लिपिहरूको उल्लेखनीय उदाहरणहरूमा नगरी, सिद्धम र शारदा समावेश छन्।[२]
लिपिहरू
[सम्पादन गर्नुहोस्]प्रारम्भिक ब्राह्मिक लिपिहरू | |||||||
देवनागरी | अशोक | गिरनार | चन्द्रगुप्त | गुजरात | प्रयागराज | नर्मदा | कृष्णा |
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सन्दर्भ सामग्रीहरू
[सम्पादन गर्नुहोस्]- ↑ Frellesvig, Bjarke (२०१०), A History of the Japanese Language, Cambridge: Cambridge University Press, पृ: 177–178, आइएसबिएन 978-0-521-65320-6।
- ↑ Coningham, R. A. E.; Allchin, F. R.; Batt, C. M.; Lucy, D. (अप्रिल १९९६), "Passage to India? Anuradhapura and the Early Use of the Brahmi Script", Cambridge Archaeological Journal 6 (1): 73–97, डिओआई:10.1017/S0959774300001608।