नवलपरासी (बर्दघाट सुस्ता पश्चिम) जिल्ला
नवलपरासी (बर्दघाट सुस्ता पश्चिम) | |
|---|---|
| देश | |
| प्रदेश | लुम्बिनी प्रदेश |
| सदरमुकाम | रामग्राम |
| स्थापना | २०७४ |
| सरकार | |
| • प्रकार | स्थानीय सरकार |
| • अङ्ग | जिल्ला सभा |
| क्षेत्रफल | |
| • जम्मा | ७३५.७३ किमी२ (२८४.०७ वर्ग माइल) |
| उच्चतम उचाई | १,९३६ मिटर (६३५२ फिट) |
| न्यूनतम उचाई | ९१ मिटर (२९९ फिट) |
| जनसङ्ख्या (२०७४) | |
| • जम्मा | ३१८,५४४ |
| • घनत्व | ४३०/किमी२ (११००/वर्ग माइल) |
| • जातीयता | ब्राह्मण क्षेत्री थारू |
| • मुख्य भाषा | नेपाली अवधी थारू |
| समय क्षेत्र | युटिसी+५:४५ (नेपालको प्रमाणिक समय) |
| क्षेत्रीय सङ्केत | +९७७-७८ |
| जिसस केन्द्र | परासी |
नवलपरासी (बर्दघाट सुस्ता पश्चिम) नेपालको एक जिल्लाको हो।[१][२] २०१८ सालमा पूर्बको नवलपुर र पश्चिमको परासी क्षेत्र गाभेर बनाइएको जिल्लालाई फेरि २०७४ सालमा अलग्याइ छुट्टा छुट्टै नवलपरासी (बर्दघाट सुस्ता पूर्व) र नवलपरासी (बर्दघाट सुस्ता पश्चिम) बनाइएको हो ।[३] यस जिल्लाको सदरमुकाम रामग्राममा अवस्थित छ।[४]
यसअघि ३ असोज २०७२ मा, नेपालले प्रशासनिक विभाजनको पुनर्निर्माण गरेपछि नवलपरासी जिल्लालाई नवलपरासी (बर्दघाट सुस्ता पूर्व) र नवलपरासी (बर्दघाट सुस्ता पश्चिम) गरि दुई जिल्लामा विभाजित गरेको थियो। यस जिल्लाको जिल्लाको कुल क्षेत्रफल ६३४.८८ वर्ग किलोमिटर (२४५.१३ वर्ग माइल) रहेको छ भने यस जिल्लाको कुल जनसङ्ख्या सन् २०६८ को जनगणना अनुसार, ३,२१,०५८ रहेको छ। यहाँका ५५.७१% ले भोजपुरी, २६.८३% नेपाली, ८.७३% थारु, ३.३३% मैथिली, २.८०% मगर र १.१७% गुरुङलाई भाषा बोल्दछन्।[५]
प्रशासनिक विभाजन
[सम्पादन गर्नुहोस्]जिल्लामा ३ नगरपालिका र ४ गाउँपालिकाहरू गरि ७ वटा स्थानीय तहहरू रहेका छन्।[६]
| क्रम | स्थानीय तहहरू | समावेश गाविसहरू | वडा सङ्ख्या | केन्द्र | जनसङ्ख्या (वि.सं २०७८) | क्षेत्रफल (वर्ग किमी) | जनघनत्व (वर्ग किमी) |
|---|---|---|---|---|---|---|---|
| १ | बर्दघाट नगरपालिका | माकर, पञ्चनगर,धुर्कोट (७,८), जहदा, जमुनिया (१,८), दाउन्ने देवी र रुपौलिया (१,२) | १६ | बर्दघाट | ७६,७०३ | १८०.९६ | ४२० |
| २ | रामग्राम नगरपालिका | सनई (४-५), सुक्रौली, हकुई, अमराैट, बन्जरिया र देवगवा | १८ | परासी | ६४,०१७ | १२८.३२ | ५०० |
| ३ | सुनवल नगरपालिका | सुनवल, स्वाँठी, धुर्कोट (६) र रामनगर | १३ | सुनवल | ७२,०८५ | १७३.५० | ४२० |
| ४ | सुस्ता गाउँपालिका | कुडिया, त्रिवेणी सुस्ता (४), रुपौलिया (३-९), नस्रही र पकलीहवा | ५ | कुडिया | ४०,६५५ | ९१.२४ | ४५० |
| ५ | पाल्हीनन्दन गाउँपालिका | रामपुरुवा, सनई (१-३,६-९), हरपुर, कुस्मा पाल्ही र गेरमी | ६ | कुस्मा | ३८,१८६ | ४४.६७ | ८५० |
| ६ | प्रतापपुर गाउँपालिका | जमुनिया (२-७,९), सोमानी, ठूलोखैरटवा, बैदौली, गुठीप्रसौनी, गुठीसुर्यपुरा र प्रतापपुर | ९ | प्रतापपुर | ४९,८९७ | ८७.५५ | ५७० |
| ७ | सरावल गाउँपालिका | मनरी (१,४-८), बडहरा दुबौलिया, रामपुरखडौना र सरावल | ७ | सरावल | ४२,२०७ | ७३.१९ | ५८० |

यो पनि हेर्नुहोस्
[सम्पादन गर्नुहोस्]सन्दर्भ सामग्रीहरू
[सम्पादन गर्नुहोस्]- ↑ "अब ७५ होइन ७७ जिल्ला", १८ भदौ २०७४, अन्तिम पहुँच ७ आश्विन २०७४।
- ↑ "नवलपुर छुट्टै जिल्ला बन्छ : प्रधानमन्त्री शेर बहादुर देउवा", २०७४ असार २४, अन्तिम पहुँच २०७४ आश्विन ७।
- ↑ "पूर्वी नवलपरासीको नाम नवलपुर जिल्ला र सदरमुकाम कावासोतीमा राख्ने निर्णय", नारायण शर्मा (कान्तिपुर), आश्विन ६, २०७४, अन्तिम पहुँच आश्विन ७, २०७४। वेब्याक मेसिन अभिलेखिकरण २०१७-०९-२२ मिति
- ↑ "नवलपरासी टुक्राएर दुई जिल्ला बनाउन प्रधानमन्त्री सकारात्मक", काठमाडौँ टुडे, २०७४ असार २५, अन्तिम पहुँच २०७४ आश्विन ७। वेब्याक मेसिन अभिलेखिकरण २०१७-०९-२६ मिति
- ↑ "CITY POPULATION– statistics, maps & charts", www.citypopulation.de, ८ अक्टोबर २०१७, अन्तिम पहुँच २२ मार्च २०१८।
- ↑ "स्थानिय तह" (नेपालीमा), सङ्घीय मामिला तथा सामान्य प्रशासन मन्त्रालय, अन्तिम पहुँच २० असोज २०८२।