विकिपिडिया, एक स्वतन्त्र विश्वकोशबाट
छन्त्याल जातिले माउरी बाजा, पिउरा, मादल, मुरली, खैँजडी आदि बाजा यसजातिले प्रयोग गर्दछन् ।[१]
- ↑ "मुकारूङ बुलु, सीमित आदिवासी असीमित लोकबाजा, गोरखापत्र'", Gorkhapatra.org.np। वेब्याक मेसिन अभिलेखिकरण २०११-०९-२० मिति
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चिनियाँ-तिब्बती (हिमालपारी) | |
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| आर्य भाषा परिवार | | पहाडी | |
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| मधेशी | |
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| नेवार |
- २५ भन्दा बढी उप जातिहरूमा विभाजित, मुख्यहरू: श्रेष्ठ, ज्यापू, बज्रचार्य, राजोपाध्याय, चित्रकार, खड्गी, मानन्धर, धोबी, पोडे, रञ्जितकार, माली, आदि
- नेवार मुस्लिम
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| भारतीय मधेशी | |
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हिन्द-आर्य फरकफरक उत्पत्ति | |
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अन्य जातिहरू (मुण्डा, द्रविड , भाषा वियोजक) सिन्धु गङ्गा मैदान | |
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| अन्य आधारमा | |
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| आप्रवासी | |
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