अश्वमेधिका पर्व
स्वरूप
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आश्वमेधिक पर्वका अन्तर्गत २ उपपर्व छन्-
पर्व | शीर्षक | उप-पर्व सङ्ख्या | उप-पर्व सूची | अध्याय एवम श्लोक सङ्ख्या | विषय-सूची |
१४ | अश्वमेधिकापर्व | ९०-९२ |
|
१०३/३३२० |
यस पर्वमा १०३ अध्याय छन्। आश्वमेधिक पर्वमा महर्षि व्यास द्वारा अश्वमेध यज्ञ गर्नका लागि आवश्यक धन प्राप्त गर्ने उपाय युधिष्ठिरसित बताउन र यज्ञको तैयारी, अर्जुन द्वारा कृष्णसित गीताको विषयमा सोध्नु, श्री कृष्ण द्वारा अनेक आख्यानहरूद्वारा अर्जुनको समाधान गर्नु, ब्राह्मणगीताको उपदेश, अन्य आध्यात्मिक कुराहरू, पाण्डवहरू द्वारा दिग्विजय गरेर धनको आहरण, अश्वमेध यज्ञको सम्पन्नता, युधिष्ठिर द्वारा वैष्णवधर्मविषयक प्रश्न र श्रीकृष्ण द्वारा त्यसका समाधान आदि विषय वर्णित छन्। |
बाह्य कडीहरू
[सम्पादन गर्नुहोस्]- वेद-पुराण - यहाँ चार वेद एवं दस भन्दा अधिक पुराण हिन्दी अर्थ सहित उपलब्ध छन्।
- महर्षि प्रबंधन विश्वविद्यालय वेब्याक मेसिन अभिलेखिकरण २००८-०४-०८ मिति-यहाँ सम्पूर्ण वैदिक साहित्य संस्कृतमा उपलब्ध छ।
- ज्ञानामृतम् - वेद, अरण्यक, उपनिषद् आदिमा सम्यक जानकारी
- वेद एवं वेदांग
- जसको उदेश्य छ - वेद प्रचार[स्थायी मृत कडी]
- वेद-विद्या_डट_कम वेब्याक मेसिन अभिलेखिकरण २०१०-०५-२१ मिति